Monday 25 March 2013

Chakratirtha | Hampi. India!



स्थानीय भाषा में चक्रतिर्थ मतलब 'घुमता हुआ पवित्र जल ' है। कोदंडा राम मंदिर के पास स्थित है, इस जगह को तुंगभद्रा नदी में  पवित्रतम स्नान स्थान माना जाता है। स्थानीय कथा यह है कि कुछ विशेष अवसरों पर नदी में घुमात पानी(भँवर) राम, सीता और लक्ष्मण की छवियों का आकार लेता है। आप देख सकते हैं कि तीर्थयात्रियों की एक बड़ी संख्या (खस करके शुभ दिन के दौरान ) मंदिर में जाने से पहले इस जगह पे एक डुबकी लेते है। नदी के किनारे के साथ, थोड़ा ढलान पर एक लंबे खुले मंडप है। जब से इस मंदिर अस्तित्व में आया तब से यहां तीर्थयात्रियों की भीड के कारण ,बाद में यात्रियों के लिए आश्रय के रूप में बनाया गया था। 

यह दो पहाड़ियों के बीच में घाटी बिंदु है, दक्षिण में माटुंगा हिल और उत्तर में रिश्यामुख हिल । इस क्षेत्र में नदी घाटी के साथ अपनी संकरा दिशा परिवर्तन करती है। यह वप्रवाह को तेज बनाता है और सतह से ध्यान में नहीं आ सकता हैं।   इस बिंदु पर तैराकी का साहस मत करना। आप काफी भाग्यशाली है तो और नदी ने उपरघाट से पौधों को चक्रतिर्थ में प्रवाह में धकेल डाला है तो आप भँवर देख सकते हैं। तैरते पौधों पानी के प्रवाह का भँवर को उजागर करते हैं।

कोदंडा राम मंदिर के सामने नदी के किनारे चट्टान के सपाट सतह धार्मिक महत्व के कई नक्काशियों के साथ भरा है। उदाहरण के लिए, शिव लिंगो, एक परिपत्र पैटर्न में खुदी हुई पैरों के निशान, प्रार्थना आसन में भक्तों की छवियों आदि।

इसके अलावा यहाँ से आप नदी पार करने के लिए या एक साइड यात्रा के लिए, एक हरिगोल (एक प्रकार की नाव) किराए पर ले सकते हैं । नदी के किनारे सपाट चट्टानी पर आप धूप में सुखाने के लिए रखा हरिगोल (एक प्रकार की नाव) की एक संख्या देख सकते हैं

आप अपने रिवरसाइड ट्रेक दौरान इस क्षेत्र के माध्यम से गुजरते हैं।

Re-narration by Amrapali in Hindi targeting India for this web page

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