Tuesday 15 November 2011

Re-narration

घरेलू हिंसा जब एक वयस्क रिश्ते में सत्ता का दुरुपयोग करके दुसरे एक वयस्क को नियंत्रित करना - के रूप में वर्णित किया जा सकता है. यह नियंत्रण हिंसा और दुरुपयोग के अन्य रूपों के माध्यम से रिश्ते में डर की स्थापना है. हिंसा में शारीरिक शोषण, यौन उत्पीड़न और खतरों को शामिल कर सकते हैं. कभी कभी यह किसी को बेकार महसूस कराना, उन्हें कोई पैसा नहीं देना, या उन्हें घर छोड़ने के लिए अनुमति नहीं देना - की तरह अधिक सूक्ष्म हिंसा होती है. सामाजिक अलगाव और भावनात्मक दुरुपयोग के लंबे समय से स्थायी प्रभाव के रूप में मानसिक प्रभाव और शारीरिक हिंसा हो सकता है.

Re-narration by AMrapali in Hindi targeting Gujarat for this web page

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